भारत का संविधान क्यों है दुनिया का सबसे लंबा लिखित संविधान? जानिए इसके निर्माण की प्रक्रिया, प्रमुख संशोधन, प्रस्तावना की ताकत, और 26 जनवरी तथा 26 नवंबर का ऐतिहासिक महत्व — एक ब्लॉग पोस्ट जो UPSC, SSC और अन्य सरकारी परीक्षा की तैयारी में सहायक है।
🏛️ प्रस्तावना: जब संविधान बना था इतिहास
जब हम छोटे थे, तब 26 जनवरी सिर्फ स्कूल में लड्डू मिलने और झंडा फहराने का दिन लगता था। लेकिन जैसे-जैसे बड़े हुए, हमें यह एहसास हुआ कि 26 जनवरी हमारे देश की आत्मा से जुड़ा एक ऐतिहासिक दिन है।
26 जनवरी 1950 को भारत का संविधान लागू हुआ था — एक ऐसा ऐतिहासिक कदम जिसने भारत को एक संप्रभु, समाजवादी, धर्मनिरपेक्ष, लोकतांत्रिक गणराज्य घोषित किया।
📜 भारतीय संविधान: दुनिया का सबसे लंबा लिखित संविधान
- कुल शब्दों की संख्या: 1,46,385
- प्रारंभिक संस्करण: 395 अनुच्छेद, 8 अनुसूचियाँ, 22 भाग
- वर्तमान संस्करण: 448 अनुच्छेद, 12 अनुसूचियाँ, 25 भाग
- संशोधन (Amendments): अब तक कुल 106 संशोधन
🇮🇳 प्रस्तावना (Preamble): संविधान की आत्मा
भारतीय संविधान की प्रस्तावना “हम भारत के लोग…” से शुरू होती है। इसमें भारत को
- संपूर्ण प्रभुत्व-संपन्न
- समाजवादी
- पंथनिरपेक्ष
- लोकतंत्रात्मक गणराज्य
घोषित किया गया है।
🔹 यह प्रस्तावना 26 नवंबर 1949 को संविधान सभा में अपनाई गई थी।
🔹 1976 में 42वां संशोधन करके “समाजवादी”, “पंथनिरपेक्ष”, और “राष्ट्र की अखंडता” जैसे शब्द जोड़े गए।
🛠️ संविधान निर्माण की प्रक्रिया: कैसे बना भारत का संविधान?
🔹 शुरुआत कब और कैसे हुई?
- 1934: मानवेंद्र नाथ रॉय ने संविधान सभा का विचार प्रस्तुत किया।
- 1938: नेहरू ने मांग की कि संविधान केवल भारतीयों द्वारा बनाया जाए।
- 1940: अगस्त प्रस्ताव में ब्रिटिश सरकार ने यह मांग मान ली।
- 1946:
- 6 दिसंबर को संविधान सभा गठित हुई।
- 9 दिसंबर को पहली बैठक (211 सदस्य)
- डॉ. सच्चिदानंद सिन्हा – अस्थायी अध्यक्ष
- डॉ. राजेंद्र प्रसाद – स्थायी अध्यक्ष
🖋️ उद्देश्य प्रस्ताव
- 13 दिसंबर 1946: नेहरू ने उद्देश्य प्रस्ताव पेश किया, जो आगे चलकर प्रस्तावना बना।
- 22 जुलाई 1947: भारत का राष्ट्रीय ध्वज (तिरंगा) अपनाया गया।
- 15 अगस्त 1947: भारत स्वतंत्र हुआ।
- 29 अगस्त 1947: डॉ. बी. आर. अंबेडकर की अध्यक्षता में ड्राफ्टिंग कमेटी बनी।
🧾 अंतिम रूप
- 26 नवंबर 1949: संविधान सभा ने संविधान को अपनाया।
- 24 जनवरी 1950: सभी सदस्यों ने हस्ताक्षर किए और “जन गण मन” को राष्ट्रगान बनाया गया।
- 26 जनवरी 1950: संविधान लागू हुआ और भारत एक गणराज्य बना।
🧾 संविधान की मौलिक विशेषताएँ
1. संघात्मक ढांचा (Federal Structure)
- केंद्र और राज्य दोनों के लिए संसद और विधानसभा
- शक्तियों का वितरण
2. पार्लियामेंट्री सिस्टम (Parliamentary System)
- ब्रिटिश मॉडल पर आधारित
- प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री सत्ता के केंद्र
3. गणराज्य स्वरूप (Republic)
- राष्ट्रपति जनता द्वारा निर्वाचित
- कोई राजा या वंशानुगत सत्ता नहीं
4. न्याय, स्वतंत्रता, समानता और बंधुत्व
- सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक न्याय
- विचार, अभिव्यक्ति और धर्म की स्वतंत्रता
- अवसर की समानता
- व्यक्ति की गरिमा और राष्ट्रीय एकता
🖋️ कुछ महत्वपूर्ण तथ्य
बिंदु | विवरण |
---|---|
संविधान सभा में सदस्य | 284 |
महिला सदस्य | केवल 15 |
हैंड-रिटन कॉपी के लेखक | प्रेम बिहारी नारायण रायजादा |
संरक्षित स्थान | संसद भवन की सेंट्रल लाइब्रेरी में हीलियम गैस वाले बॉक्स में |
प्रेरणा स्रोत | अमेरिका, UK, फ्रांस, आयरलैंड आदि |
आधार | गवर्नमेंट ऑफ इंडिया एक्ट 1935 |
📅 26 नवंबर: संविधान दिवस क्यों?
👉 26 नवंबर 1949 को संविधान को अपनाया गया था।
👉 इसी दिन को संविधान दिवस (Constitution Day) के रूप में मनाया जाता है, ताकि नागरिकों को उनके अधिकारों और कर्तव्यों की जानकारी हो।
🧠 निष्कर्ष: क्यों जानना जरूरी है भारतीय संविधान?
भारतीय संविधान केवल कानूनों का दस्तावेज नहीं है, बल्कि यह हमारे देश की आत्मा, संस्कृति और नागरिकों के अधिकारों का प्रतीक है।
अगर आप UPSC, SSC, या किसी सरकारी नौकरी की तैयारी कर रहे हैं — या एक जागरूक नागरिक हैं — तो संविधान की जानकारी अनिवार्य है।
❓FAQs: भारतीय संविधान से जुड़े सामान्य प्रश्न
Q1. भारत का संविधान किस दिन लागू हुआ था?
A: 26 जनवरी 1950 को।
Q2. भारतीय संविधान बनाने में कितना समय लगा?
A: लगभग 2 साल 11 महीने और 17 दिन।
Q3. संविधान का पहला संशोधन कब हुआ था?
A: 1951 में।
Q4. संविधान की प्रस्तावना में बदलाव कब हुआ?
A: 1976 में 42वें संशोधन के जरिए।
Q5. संविधान की हस्तलिखित कॉपी कहां रखी गई है?
A: संसद भवन की सेंट्रल लाइब्रेरी में, हीलियम गैस से भरे शीशे के बॉक्स में।